राजधानी में कोरोना का खतरा बढ़ने के बाद प्रशासन ने पिछले साल की तरह कंटेनमेंट जोन बनाने की तैयारी कर ली है। अमलीडीह, समता कालोनी रामकुंड, डीडी नगर डंगनिया, पचपेड़ी नाका, अवंति विहार, खम्हारडीह, मोवा, टाटीबंध, कटोरा तालाब और राजेंद्र नगर वह 10 इलाके हैं, जहां पिछले 15 दिन से लगातार कोरोना के केस निकल रहे हैं, इसलिए सबसे पहले इनमें से ही कंटेनमेंट जोन बनेंगे। आखिरी कंटेनमेंट जोन एक अपार्टमेंट में बना था, जहां एक परिवार से 4 पाजिटिव निकले थे।
हालांकि इस बार कंटेनमेंट जोन में उतनी सख्ती नहीं रहेगी, जैसी पिछली बार थी। प्रशासन ने किसी भी इलाके में कंटेनमेंट जोन के लिए जो मापदंड तय किए हैं, उसके तहत इसके लिए 500 मीटर के दायरे में कम से कम 50 केस होना चाहिए। रायपुर सीएमओ मीरा बघेल के मुताबिक इन इलाकों में कंटेनमेंट जोन 500 मीटर के दायरे में माइक्रो लेवल पर ही बनाए जाएंगे। दरअसल रायपुर में पिछले दस दिन में कोरोना के 1886 से अधिक केस मिल चुके हैं। इसमें भी 32 फीसदी से ज्यादा केस यानी (600 से अधिक) केवल शहर के उन एक दर्जन इलाकों से आए हैं जिनमें ये चिन्हित इलाके भी शामिल हैं।
कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद महिला भर्ती
राजधानी में बुधवार को आरटीपीसीआर जांच में कोरोना पॉजिटिव आई 30 साल की एक मानसिक रूप से असंतुलित महिला को अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया गया। कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन तक जब ये बात पहुंची तो उन्होंने तत्काल हस्तक्षेप कर बुधवार की रात करीब 11 बजे इस महिला को लालपुर के केयर सेंटर में भर्ती करवाया।