हर घर पहुंचा वायरल फीवर, रायपुर समेत छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रही मरीजों की संख्या
मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के कारण राजधानी समेत प्रदेशभर में वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। शासकीय और और निजी स्वास्थ्य संस्थानों में शरीर दर्द और बुखार की समस्या लेकर मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें बड़ों के साथ बच्चे भी शामिल हैं। पहले वायरल फीवर दो-तीन दिनों में ठीक हो जाता था, लेकिन अब पांच-छह दिन या हफ्तेभर का समय लग रहा है।
वायरल का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। एक व्यक्ति को वायरल फीवर होने पर पूरा परिवार संक्रमित हो जा रहा है। बीमार पड़ने पर शरीर का तापमान 104 डिग्री तक पहुंच जा रहा है, जिससे पीड़ितों को भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। आंबेडकर अस्पताल और जिला अस्पताल का मेडिसिन और पीडियाट्रिक वार्ड भरा हुआ है।
डाक्टरों का कहना है कि मानसून में खराब मौसम और नमी का स्तर बैक्टीरिया, वायरस, फंगस के पनपने व फैलने के लिए आदर्श वातावरण बनाते हैं। वायरल फीवर के वायरस एक सीजन में तीन से चार बार स्वरूप बदलते हैं। चार-पांच वर्षों में वायरस का नया स्वरूप देखने को मिलता है। अस्पताल पहुंचने वाले ज्यादातर लोगों में शरीर में दर्द और बुखार की शिकायत है। ऐसे लोगों को इलाज के लिए भर्ती करने की आवश्यकता पड़ रही है।