छत्तीसगढ़ के ‘शिमला’ में गर्मी ने दिखाया रौद्र रूप…! पारा पहुंचा इतने डिग्री के पार
• devendra kumar
अंबिकापुर। अपनी ठंडक के लिये जाना जाने वाला छग का शिमला यानी मैनपाट अप्रैल माह में ही तपने लगा है। आलम ये है कि मैनपाट का तापमान शुरुवाती गर्मी में ही 37 डिग्री के पार पहुंच गया है, जिससे मैनपाट भी अब गर्मी से झुलसा रहा है। आलम ये है कि जिस मैनपाट में सालो भर ठंडक रहती थी वहां अब लोग एसी का सहारा लेने को मजबूर है।
मैनपाट इस स्थान का नाम लेते ही एहसास होता है ठंडक का, एहसास होता है प्राकृतिक सौंदर्य का एहसास होता है। अपनी ठंडक के लिए पहचान बनाने के कारण ही इसे छग के शिमला के रूप में पहचान मिली। तिब्बती समुदाय के लोग भी यहां ठंडा प्रदेश होने के कारण ही आकर बसे। यहां आने वाले पर्यटक यहां आकर गर्मी में भी ठंडी का एहसास करते थे। यहां ठंडा इलाका होने के कारण ही ठंडे इलाके के फलों की खेती भी होती थी। कुछ साल पहले तक यहां लोग ठंडी के दिनों में भी कंबल ओढ़ कर रात गुजारते थे और यहां घरों में एसी भी नहीं हुआ करती थी। मगर, अपनी ठंडक के लिए जाना जाने वाला छग का शिमला यानी मैनपाट अब तप रहा है।
