यह बैन फर्जी है : गुटखा बंद, पान मसाला-तंबाकू मिक्स, इससे बढ़े कैंसर के मरीज, छत्तीसगढ़ में सालाना 4000 से ज्यादा
दशक भर पूर्व लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए तंबाकूयुक्त गुटखा पर प्रतिबंध लगाया गया था। कई स्टडी में साबित हुआ था कि गुटखे की वजह से बड़ी संख्या में लोग कैंसर के शिकार हो रहे हैं। उम्मीद थी कि बैन लगने के बाद कैंसर मरीजों की संख्या में कमी आएगी। लेकिन हुआ इसके उल्टा लोगों ने पान मसाला और तंबाकू का पैकेट मिक्स कर खाना शुरू कर दिया। नतीजा गले और मुख के कैंसर के साथ प्रदेश में हृदय रोग सहित अन्य बीमारियों के मरीज भी बढ़ने लगे हैं। छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े क्षेत्रीय कैंसर संस्थान में 50 फीसदी मरीज मुख से जुड़े हैं, जिसकी बड़ी वजह पान मसाला और तंबाकू का मिक्स है। और चाय-नाश्ते के ठेले खोमचे में भी खुलेआम बिक रही है। चिकित्सकों का कहना है कि पान मसाला और तंबाकू को मिलाकर फांका मारना गुटखा की तुलना में ज्यादा खतरनाक है। पान मसाला और तंबाकू का मिक्स मसाला कैंसर के मरीजों की संख्या में इजाफा कर रहा है। इसके साथ दूसरी तरह की गंभीर बीमारियां भी लोगों को अपना शिकार बना रही है। गुटखा भी बिक रहा प्रदेश में गुटखा की बिक्री पर भले ही प्रतिबंध लगाया गया है मगर इसकी बिक्री अभी भी बिना रोक टोक के हो रही है। प्रतिबंध की वजह से इसकी कीमत जरूर बढ गई है मगर कई कंपनियों की हर महीनों करोड़ों रुपए के गुटखे की खपत हो रही है। पान मसाला और तंबाकू के अलग-अलग पुड़िया उपलब्ध कराने में स्थानीय के साथ नामी कपनियां भी पीछे नहीं है और इनकी संख्या सैंकड़ों में है।