आवारा कुत्तों ने मासूम के प्राइवेट पार्ट को नोचाः गुप्तांग पर लगे 55 टांके, डॉक्टरों की टीम ने 3 घंटे तक ऑपरेशन कर बचाई जान
मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। महिला, बुजुर्ग के साथ ही सबसे ज्यादा मासूम बच्चे इनका शिकार बन रहे हैं। मुरैना जिले में भी 10 साल का मासूम जतिन आवारा कुत्ते के जानलेवा हमले का शिकार बना। स्ट्रीट डॉग ने जतिन के गुप्तांग पर हमला करते हुए उसके अंडकोष को ही फाड़ दिया। 3 घंटे चला मासूम का ऑपरेशन 10 साल के बच्चे को गंभीर हालत में ग्वालियर के मेडिकल कॉलेज के जयारोग्य अस्पताल रेफर किया गया। जहां पीडियाट्रिक सर्जन डॉक्टर विनय माथुर की टीम ने मिलकर लगभग 3 घंटे लंबे ऑपरेशन के बाद उसके गुप्तांग को बचाया। इस दौरान मासूम के गुप्तांग में 55 टांके लगाए गए। डॉक्टरों की टीम ने सावधानी से ऑपरेशन कर बच्चे की जान के साथ उसके निजी अंग को बचाया। गुप्तांग के अंडकोष को बचाना था बड़ी चुनौती मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. आरकेएस धाकड़ का कहना है कि जयारोग्य अस्पताल में यूं तो ग्वालियर चंबल अंचल के सभी जिलों से इलाज के लिए लोग आते हैं। लेकिन इन दिनो डॉग बाइट के गंभीर मामले भी यहां पहुंच रहे हैं। जिनमें सबसे ज्यादा मासूम बच्चे स्ट्रीट डॉग के जानलेवा हमले का शिकार बने है। मासूम जतिन के बारे में जानकारी देते हुए डॉ आरकेएस धाकड़ ने बताया कि अब उसकी हालत खतरे से बाहर है। गुप्तांग के अंडकोष को बचाना पीडियाट्रिक सर्जन और उनकी टीम के लिए बड़ी चुनौती थी, जिसे सकुशल बचाया गया। फिलहाल डॉक्टर्स की टीम जतिन की लगातार हेल्थ मॉनिटरिंग कर रही है।