पिता के दोस्तों ने किया बेटी का गैंगरेप! भागने की फिराक में थे दरिंदे, 4 आरोपी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में सामूहिक अनाचार के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गैंगरेप के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपी दूसरे राज्य में भागने की फिराक में लगे हुए थे तभी पुलिस ने उन्हें धरदबोचा। इस संबंध में चांपा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, तीन दिन पूर्व 18 मई को दोपहर पीड़िता अपने पिता के साथ घर पर थी।
पिता के दोस्त बने हैवान
आरोपियों से पूर्व परिचय होने के कारण उनका घर आना-जाना रहता था। उक्त दिन आरोपियों ने पीड़िता के घर पर भोजन किया और कुछ समय बाद जब पीड़िता का पिता सो गया, तब सभी आरोपियों ने पीड़िता को पकड़कर जबरन दूसरे कमरे में ले जाकर उसके साथ बार- बारी से अनाचार किया और फिर सभी आरोपी वहां से फरार हो गए। डरी-सहमी पीड़िता ने अगले दिन अपनी मां जो घर से बाहर गई थी, घर लौटने पर घटना की जानकारी दी, जिस पर थाना चांपा में 20 मई को आरोपियों के विरुद्ध 70 (1) बीएनएस के तहत प्राथमिकी दर्ज कर प्रकरण में विवेचना शुरू की गई।
भागने की फिराक में थे सभी आरोपी
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी विजय कुमार पाण्डेय, एडमिशन एसपी व चांपा एसडीओपी यदुमणि सिदार के मार्गदर्शन में थाना चांपा से एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी। सूचना मिली कि सभी आरोपी रायगढ़-कोरबा रोड की ओर ट्रक में बैठकर भाग रहे हैं। तत्परता दिखाते हुए पुलिस टीम ने से करतला के पास ट्रक में बैठे चारों आरोपियों को धरदबोचा। पूछताछ में उन्होंने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया।
विवेचना में पर्याप्त साक्ष्य पाया गया जिस पर सभी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। इस कार्रवाई में निरीक्षक जयप्रकाश गुप्ता थाना प्रभारी चांपा, सउनि अरुण सिंह, मुकेश पाण्डेय, प्रधान आरक्षक वीरेंद्र कुमार टंडन, प्रकाश राठौर, महिला प्रधान आरक्षक श्यामा जायसवाल, आरक्षक डीकेश्वर साहू, मुद्रिका दुबे, सुमंत कंवर, माखन साहू, पदम राज, महिला आरक्षक संगीता, शकुंतला नेताम तथा सायबर सेल से निरीक्षक सागर पाठक, प्रधान आरक्षक विवेक सिंह, आरक्षक अर्जुन यादव, हजारी मेरसा का विशेष सहयोग रहा।