नवा रायपुर की युवती की शुक्रवार रात फोन पर मंगेतर से विवाद हो गया। झगड़ा इतना बढ़ गया कि सगाई तक टूटने की नौबत आ गई। युवती के लिए उसी समय अपने मंगेतर से मिलना जरूरी हो गया। युवती के पास सिटी में आने का कोई साधन नहीं था। परेशान हाल युवती ने डायल-112 में फोन कर मदद मांगी। मौके को समझते हुए डायल-112 की इमरजेंसी गाड़ी मौके पर पहुंची। युवती को रायपुर लाकर न सिर्फ मंगेतर मुलाकात कराई बल्कि वापस घर भी छोड़ा।
पुलिस की इमरजेंसी सेवा डायल-112 के पास आजकल केवल सड़क हादसे, मारपीट या आगजनी के ही कॉल नहीं आ रहे हैं। अकेले रहने वाली बुजुर्ग दंपत्ति, आधी रात स्टेशन या बस स्टैंड में फंसे लोग भी कॉल कर मदद मांग रहे हैं।
पुलिस के अफसरों ने इमरजेंसी सेवा को किसी एक दायरे में नहीं बांधा है। कंट्रोल रूम के साथ-साथ फील्ड में रहने वाली टीम को निर्देश दिया गया है कि वे लोगों की हर संभव मदद करें। केवल क्राइम या हादसे से जुड़ा फोन ही अटेंड न करें। कंट्रोल रूम में पिछले एक साल में 635 से ज्यादा फोन आए है।
20 दिन में 9 लोगों ने किया फोन
पिछले 20 दिनों में रायपुर के 9 लोगों ने मदद के लिए फोन किया है। इसमें दो महिला के पास तो घर जाने के लिए पैसा नहीं था। दो लड़कों की गाड़ी खराब हो गई थी। कुछ महिलाओं व युवतियों को रात में गाड़ी भी नहीं मिली है। पिछले एक साल में 140 से ज्यादा लोगों ने मदद के लिए पुलिस को फोन किया है। ज्यादातर फोन लॉकडाउन के दौरान आया है, जब गाडिय़ां बंद थी। पुलिस 10 मिनट में उनके पास पहुंच गई और मदद पहुंचाई है।