जानकारी के मुताबिक, कोका थाना क्षेत्र के काम खेड़ा गांव में सोमवार रात बड़ी संख्या में हथियारबंद नक्सली महिला सरपंच के घर में घुस आए। वहां सरपंच के ससुर इंदल शाह मंडावी को नक्सली उठा ले गए और फिर गला रेतकर मार दिया। उनके शव को वहीं घर के पास ही फेंक गए। बताया जा रहा है कि नक्सली महिला सरपंच के पति को मारने के लिए आए थे। इसकी आशंका से सरपंच और उसका पति पहले ही अपने एक रिश्तेदार के घर चले गए थे।
नक्सलियों ने लगाया है पुलिस का मुखबिर होने का आरोप
बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने पंचायत चुनाव लड़ाने के लिए महिला के ससुर को जिम्मेदार बताया और कुल्हाड़ी से वार कर उन्हें मार डाला। इसके बाद नक्सली पास के गांव मोरारपानी पहुंचे। वहां भी उन्होंने उसी तरह से उप सरपंच के पति धनसाय घावड़े को मार दिया और लाश फेंक गए। दोनों ही गांव महाराष्ट्र बार्डर से लगे हुए हैं। हालांकि पुलिस अभी तक उप सरपंच के पति के शव को कब्जे में नहीं ले सकी है।
नक्सलियों ने अप्रत्यक्ष रूप से अपने उम्मीदवार खड़े किए
बताया जा रहा है कि दोनों ही हत्याएं राजनीतिक कारणों से हुई हैं। पंचायत चुनाव में नक्सलियों ने अप्रत्यक्ष रूप से अपने उम्मीदवार चुनाव में उतारे थे और विरोध में किसी को भी लड़ने पर जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बावजूद कुछ उम्मीदवार उनके विरोध में खड़े हुए और जीत भी गए। इसी के चलते उनकी हत्याएं की जा रही हैं। हालांकि नक्सलियों ने इन पर पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाया है।
भाजपा नेता को बताया संघ का आदमी, 25 अन्य को भी चेतावनी
नक्सलियों ने जो इससे पहले 13 जनवरी को भी सरपंच पति को मार दिया था। इस दौरान पर्चा फेंककर वारदात की जिम्मेदारी आरकेबी डिवीजन ने ली थी। उनके हवाले से बयान जारी कर भाजपा नेता राजू टांडिया को RSS का नेता बताते हुए जनता से माफी मांगने का फरमान जारी किया। माफी नहीं मांगने पर जान से मारने की चेतावनी दी है। इसके साथ ही 25 अन्य लोगों को भी कथित तौर पर पुलिस का मुखबिर बताते हुए चेतावनी दी गई है।