आंखों पर पट्टी बांधकर भी लिख, पढ़ और खेल लेती है तनिष्का, सबसे कम उम्र में चीफ जस्टिस बनने का है सपना

इंदौर। इंदौर में कई कीर्तिमान हासिल करने वाली होनहार छात्रा तनिष्का सुजीत सबसे कम उम्र में चीफ जस्टिस बनना चाहती है। तनिष्का ने महज़ 12 साल की उम्र में 12वीं पास कर एशिया बुक ऑफ अवार्ड और 11 वर्ष की उम्र में 10 वीं कक्षा पास कर इंडिया बुक ऑफ अवॉर्ड हासिल किया है। अब 13 साल की उम्र में देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी से बीए साइकोलॉजी में एडमिशन लिया है।
तनिष्का की खासियत यह है कि वह आंखों पर पट्टी बांधकर भी लिख,पढ़ और खेल लेती है। तनिष्का के पिता का हाल ही में कोरोना से निधन हो गया है। अब वह अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए चीफ जस्टिस बनना चाहती है। लेकिन फिलहाल कम उम्र में एलएलबी में प्रवेश नहीं मिल रहा।
ऐसे में तनिष्का कुछ सालों के बाद बीए एलएलबी में प्रवेश लेंगी और सबसे कम उम्र में जज बनकर पिता का सपना पूरा करेंगी। बता दें कि ढाई वर्ष की उम्र में नर्सरी से साढ़े आठ वर्ष की उम्र तक तनिष्का ने पांचवी तक पढ़ाई की। 11 वर्ष की उम्र में विशेष परमिशन के बाद 10 वी और 12 वर्ष की उम्र में 12वी पास की।