छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल! टॉर्च की रोशनी में डिलीवरी कराई जा रही
रायपुर: भोपालपटनम के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बिजली की आवाजाही एक बड़ी समस्या बन गई है, जिसके कारण डिलीवरी के दौरान मोबाइल टॉर्च का सहारा लेना पड़ रहा है। दो साल से जरूरी उपकरण, जिनमें दो जनरेटर भी शामिल हैं, खराब पड़े हैं और नए आए जनरेटर अभी तक लगाए नहीं गए हैं। ऐसे बिजली जाने के बाद टॉर्च की रोशनी में इलाज करना पड़ रहा है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ के भोपालपटनम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) एक गंभीर संकट से जूझ रहा है। बार-बार बिजली गुल होने से कर्मचारियों को प्रसव के लिए मोबाइल टॉर्च का उपयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। दो जनरेटर सहित आवश्यक उपकरण दो साल से खराब हैं। नए आए जनरेटर अभी तक स्थापित नहीं किए गए हैं। ज्यादातर काम न करने वाला सौर पैनल बिजली की समस्याओं को और बढ़ा देता है, जिससे रेफ्रिजरेटर में रखे टीके खराब हो जाते हैं।
लैब टेस्ट भी ठप
वहीं, अस्पताल के लैब टेस्ट ठप हो गए हैं। टाइफाइड टेस्ट पिछले तीन महीनों से बंद हैं और एक खराब सीबीसी मशीन के कारण मरीजों का सही इलाज संभव नहीं हो पा रहा है।