कांग्रेस के राज में व्यक्ति मर जाता था उसके बाद भी न्याय नहीं मिलता था:रामू रोहरा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री जगदीश (रामू) रोहरा ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में कानून-व्यवस्था की स्थिति में निरंतर सुधार आया है और सुशासन का युग प्रारंभ हुआ है। आने वाले समय में प्रदेश की भाजपा सरकार प्रदेश को सच्चे अर्थों में शांति, सुरक्षा और सम्मान के साथ जीवन जीने का पूरा अवसर मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री रोहरा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ अनर्गल प्रलाप करने से पहले पायलट को उन राज्यों पर नजर दौड़ानी चाहिए चाहिए जहाँ कांग्रेस और घमंडिया गठनंधन की सरकारें हैं और वहाँ के बुरे हालात पर उनकी जुबान ताले से चिपकी पड़ी है। भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री रोहरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के राज में कानून-व्यवस्था का रोज जिस तरह चीरहरण हो रहा था, प्रदेश की मासूम-अबोध बच्चियों से लेकर वृद्ध महिलाओं की अस्मत वहशी दरिंदे रोज रौंद रहे थे, हत्या, सामूहिक हत्या, मारपीट, चाकूबाजी, अपहरण, प्रदेश की बहन-बेटियों की तस्करी जैसे अपराध घट रहे थे, लेकिन कांग्रेस के प्रदेश से लेकर केंद्रीय नेताओं ने अपने मुँह में दही जमा रखा था और अब सत्ता छिन जाने के बाद कांग्रेसियों को प्रदेश की कानून-व्यवस्था का होश आया है! श्री रोहरा ने कहा कि जिस कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार के मंत्री अपने शासनकाल में अपराधियों-आरोपितों को सरेआम निर्लज्जतापूर्वक संरक्षण दे रहे थे, उनकी वकालत करते फिर रहे थे, तब कांग्रेस नेताओं को कानून-व्यवस्था के लिए इतनी पीड़ा क्यों नहीं हुई? प्रदेश की भाजपा सरकार के राज में आज जब कांग्रेसियों के काले चिठ्ठे सरेआम हो रहे हैं, तब कांग्रेसी रोना-धोना मचा रहे हैं, जेल में घोटाले के आरोपी से मिलने के लिए बेचैन हो रहे हैं और नहीं मिल पाने पर बिफर रहे हैं। श्री रोहरा ने कहा कि प्रदेश की राजनीति का अपराधीकरण और अपराधियों का राजनीतिकरण तो कांग्रेस ने किया है, फिर रो-धोकर कांग्रेसी अपने धत्कर्मों का ठीकरा भाजपा पर किस नैतिकता से फोड़ रहे हैं? भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री रोहरा ने कहा कि कानून-व्यवस्था के मामले में कुछ भी बोलने की नैतिकता अब कांग्रेस में कतई शेष नहीं रह गई है। कांग्रेस की पिछली प्रदेश सरकार के पाँच सालों के शासनकाल में हर वर्ग के लोगों के साथ होने वाले अपराध अपनी चरम सीमा को लांघ चुके थे।