टीएस सिंहदेव बोले- पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम करने वालों पर कार्रवाई जरूरी…
मैंने पिछले विधानसभा चुनाव में हार के बाद ये निर्णय लिया है कि सरगुजा में हमने जो खोया, वह मेरी पहली जवाबदारी है। मैं अपने पोलिंग और विधानसभा में तो पहले अपनी पार्टी व प्रत्याशी को जिताऊं। मैं अगर वहीं नहीं कर पा रहा हूं तो बड़ी-बड़ी बात का क्या मतलब है? मेरा पहला लक्ष्य आने वाले चुनाव में शेष बचे साढ़े तीन साल में अंबिकापुर विधानसभा, जिला और संभाग जहां 14 की 14 सीटें कांग्रेस की थी और अब सभी भाजपा के खाते में हैं। इसमें कांग्रेस के लिए सुधार करना है। यह मेरा पहला टारगेट है। छत्तीसगढ़ में क्या कर सकता हूं पार्टी के लिए, ये मेरा दूसरा लक्ष्य है। बाकी बातें इसके बाद की है। यह कहना है कि पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव का। वे सोमवार को रायपुर जाते समय पूर्व विधायक शैलेष पांडे के निवास पर रुके थे। ये भाव लोगों के बीच में धीरे-धीरे लाया जा रहा है, और वो विद्यमान है। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हम इसलिए हारे कि हिंदुत्व की बात हो या दूसरी धर्म से जुड़ी बात हो, तो ऐसा मुझे नहीं लगता। लोकसभा चुनाव में ये मुद्दा इनडायरेक्ट जुड़ता है क्योंकि मोदीजी का सारा प्रचार हिंदुत्व के अगल-बगल ही चलता है। लोकसभा के चुनाव में ये फैक्टर काम करता है। जैसे अयोध्या में रामलला मंदिर उद्घाटन हो केरल में हनुमान मंदिर का मुद्दा। ये एक सोची समझी रणनीति के तहत आरएसएस व भाजपा जो आजादी के पहले करना चाहते थे। उसी दिशा में अब शनै: शनै: दिखते चले जा रहे हैं।