ऊर्जा संरक्षण पर कार्यशाला संपन्न
। *ऊर्जा संरक्षण पर कार्यशाला*
डॉ राधाबाई शासकीय नवीन कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ के कैरियर गाइडेंस एवं प्लेसमेंट सेल क्रेडा द्वारा सौर ऊर्जा एवं ऊर्जा संरक्षण पर जागरूकता कार्यशाला आयोजित किया गया।कार्यशाला को संबोधित करते हुए क्रेडा के सीईओ राजेश सिंह राणा ने बताया कि सौर ऊर्जा का इस्तेमाल बिजली रहित इलाकों में बिजली पहुंचाने के लिए किया जा सकता है।सौर ऊर्जा का इस्तेमाल घरेलू कामों में किया जा सकता है।सौर ऊर्जा का इस्तेमाल स्वच्छ पानी की आपूर्ति के लिए किया जा सकता है।सौर ऊर्जा का इस्तेमाल अंतरिक्ष उपग्रहों के लिए किया जा सकता है।सौर ऊर्जा का इस्तेमाल लोकल पैमाने पर भी किया जा सकता है।सौर ऊर्जा के उपयोग,सौर-जल ऊष्मक से बड़ी इमारतों,हॉस्पिटल और होटलों में गर्म पानी की सप्लाई,सौर-सेल से इलेक्ट्रॉनिक घड़ियों और कैलकुलेटरों को चलाना में,
सौर-जल पंप चलाकर पृथ्वी से पानी निकालना,अनाज,मछली,कपड़े,लकड़ी वगैरह को सुखाना
सौर-पाचक (सोलर कुकर)
सोलर मोबाइल चार्जर
सौर लालटेन में किया जा सकता है।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रीति मिश्रा ने ऊर्जा संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि कम ऊर्जा का इस्तेमाल करके खपत को कम करना।ऊर्जा संरक्षण के लिए,कम ऊर्जा सेवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है या कम ऊर्जा की ज़रूरत वाले उपकरणों का इस्तेमाल किया जा सकता है।कमरे से बाहर जाते समय लाइट बंद करना
इस्तेमाल न होने पर उपकरणों को अनप्लग करना चाहिए।गाड़ी चलाने के बजाय पैदल चलना चाहिए।कार की जगह साइकल का इस्तेमाल करना चाहिए।माइक्रोवेव ओवन में खाना बनाते समय पदार्थों को किनारे की तरफ़ रखना चाहिए।कार्यालय में लंबे समय तक कंप्यूटर का इस्तेमाल न करने पर उसे बंद कर देना चाहिए।कार्यशाला का सफल संचालन डॉ रुपा सल्होत्रा प्रभारी कैरियर गाइडेंस एवं प्लेसमेंट सेल तथा विभागाध्यक्ष गणित विभाग ने किया। कार्यशाला के सफल आयोजन में कैरियर गाइडेंस एवं प्लेसमेंट सेल समिति के सदस्य डॉ श्वेता अग्निवंशी एवं श्रीमती मौसमी लहरें तथा क्रेडा के प्रतिनिधि नेहा शर्मा, मृणालिनी एवं साहू जी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।कार्यशाला में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष,वरिष्ठ प्राध्यापक,सहायक प्राध्यापक, अतिथि व्याख्याता,ग्रंथपाल, क्रिडाधिकारी,कार्यालयीन अधिकारी एवं कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।