साय सरकार कर रही लगातार भर्तियां, उम्र सीमा में मिली छूट तो खिले युवाओं के चेहरे, सुशासन पर बढ़ा विश्वास
दुनिया की युवा आबादी के लगभग पांचवें हिस्से के साथ भारत सबसे युवा देश है। वर्ष 2047 तक भारत दुनिया में सबसे बड़ा कार्यबल प्रदाता देश बनने जा रहा है। युवाओं की भागीदारी से ही देश का विकास संभव है। रचनात्मकता, नवाचार और लचीलेपन के प्रतीक युवा सशक्त होंगे, तभी हमारा देश सशक्त बनेगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई वाली छत्तीसगढ़ सरकार भी युवाओं को सशक्त करने में लगी हुई है। अपने अल्प कार्यकाल में साय सरकार ने कई अहम फैसले लिए हैं, जिसके कारण प्रदेश के युवाओं में एक अलग जोश दिखाई दे रहा है। उन्हें लग रहा है कि अब प्रदेश में उनकी सरकार है। उनकी बात सरकारी स्तर पर सुनी जाती है।
सुशासन के साथ प्रदेश में विकास की गति को नया आयाम देने वाली साय सरकार ने युवाओं के दर्द को समझा है। उनकी जरूरतों को सुना है। परख की हर कसौटी पर खरा उतरने वाली सुशासन सरकार भर्तियों की उम्र सीमा में छूट देकर उम्र पार कर चुके युवाओं को बड़ी राहत दी है। पुलिस विभाग सहित अन्य शासकीय भर्तियों में अधिकतम आयु सीमा में 05 वर्ष की छूट प्रदान कर इस दिशा में एक सकारात्मक और दूरगामी कदम उठाया है। दरअसल, कोविड-19 महामारी और अन्य आर्थिक समस्याओं से रोजगार के अवसर काफ़ी सीमित हो गए थे। महामारी के दौरान भर्तियां ना के बराबर हो गईं थी, इसी दरमियान ये भी हुआ कि कई योग्य उम्मीदवार शासकीय सेवा के लिए निर्धारित आयु सीमा को पार कर गए थे। इससे युवाओं के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई दे रही थी, साय सरकार ने युवाओं के माथे की चिंता की लकीर को दूर किया और पुलिस विभाग सहित अन्य शासकीय भर्तियों में अधिकतम आयु सीमा में 05 वर्ष की छूट प्रदान की है। शासकीय भर्तियों में अधिकतम आयु सीमा में 05 वर्ष की छूट वाला यह कदम समाज के विभिन्न वर्गों को एक साथ लाने और उनके बीच भेदभाव को कम करने में भी मदद कर रहा है। विशेष रूप से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, और अन्य पिछड़े वर्गों के उम्मीदवार इस छूट का फायदा उठा सकेंगे।