शराब का पैसा जनता के विकास, पेंशन और नौकरी में काम आ रहा, किसी के पेट में दर्द नहीं होना चाहिए: मंत्री कवासी लखमा
रायपुर: Liquor money is used for public development छत्तीसगढ़ में शराबबंदी को लेकर एक बार फिर आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने प्रतिक्रिया दी है और कहा कि शराबबंदी का फैसला सबकी राय के बाद लिया जाएगा, लेकिन बस्तर क्षेत्र में ये संभव नहीं है।
दरअसल हाल ही में होली के त्योहार पर शराब बिक्री के आकंड़े सामने आए हैं, वो चौंकाने वाले हैं। छत्तीसगढ़ में होली के अवसर पर शराब बिक्री का पिछले 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। जानकारी के मुताबिक अकेले रायपुर जिले में होली पर तीन दिन में 18 करोड़ रुपए की शराब बिकी है। जबकि विभाग ने सिर्फ 12 करोड़ रुपए के शराब बिक्री का अनुमान लगाया था।
इसे लेकर लखमा का कहना है कि छत्तीसगढ़ शासन की शराब बिक्री की नीति हिंदुस्तान में सबसे अच्छी नीति है, जिस वजह से झारखंड ने इस नीति को अपनाया है, मध्यप्रदेश सरकार भी लगातार इस नीति के बारे में पूछ रही है। लखमा ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि अच्छी चीजों से किसी के पेट में दर्द नहीं होना चाहिए, शराब का पैसा जनता के विकास, पेंशन और नौकरी में काम आ रहा है