रायपुर कलेक्टर ने प्राइवेट स्कूलों की ली 'क्लास':कहा- RTE को गंभीरता से लें, अधिकारी बच्चों के घर जाकर ड्रॉप आउट का पता लगाएंगे
सोमवार को रायपुर में निजी स्कूलों और जिला प्रशासन के बीच समीक्षा बैठक हुई। इसमें शिक्षा के अधिकार के तहत प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के ड्रॉप आउट को लेकर चर्चा हुई। कलेक्टर गौरव सिंह ने कहा कि, पिछले पांच सालों में आरटीई और ड्रॉप आउट बच्चों का रिव्यू किया जाएगा।
पिछले 5 सालों में कितने बच्चों ने किस स्कूल से पढ़ाई क्यों छोड़ी, जिला प्रशासन की टीम इसके बारे में जानकारी जुटाएगी। हर एक-एक बच्चों के पास पहुंचेंगे, बच्चों के स्कूल छोड़ने की वजह क्या है यह उनके परिजनों से पता करेंगे। कलेक्टर ने कहा कि, आरटीई का पालन नहीं होने पर कार्रवाई भी की जाएगी।
बच्चों की जानकारी जुटाई जाए
कलेक्टर ने कहा कि, ड्रॉप आउट बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ना जरूरी है। आरटीई के तहत 12वीं की पढ़ाई करने के बाद बच्चों की जानकारी जुटाई जाए। यह भी पता लगाया जाएगा कि वे क्या कर रहें, यदि उन्होंने कोई अच्छा करियर बना है, तो उसकी सफलता की कहानी भी बनाई जाएं। इससे अन्य बच्चों को प्रेरणा मिलेगी।
निजी स्कूलों के अच्छे शिक्षक के माध्यम से सरकारी स्कूलों में एक्स्ट्रा क्लास भी ली जा सकती है। इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा। आरटीई के तहत जो स्कूल अच्छा प्रदर्शन करेंगे, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। खराब प्रदर्शन करने वालों पर कार्रवाई भी की जाएगी।