संविधान को आत्मसात करें- डॉ प्रीति मिश्रा
डॉ राधाबाई शासकीय नवीन कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ में राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा संविधान दिवस मनाया गया।संविधान दिवस के आयोजन में अजीज प्रेमजी फाउंडेशन एवं महाविद्यालय में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की महत्वपूर्ण भूमिका रही।कार्यक्रम का शुभारंभ राजकीय गीत के साथ हुआ।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रीति मिश्रा ने संविधान की प्रस्तावना का शपथ दिलायी तथा अपने संबोधन में कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक को संविधान में वर्णित बातो को आत्मसात करना चाहिए।संविधान की प्रस्तावना,संविधान के उद्देश्यों को निर्धारित करती है।यह संविधान के स्रोत का उल्लेख करती है,जहां से संविधान को शक्ति मिलती है।यह न्याय,स्वतंत्रता और समानता को सुरक्षित करने के लिए देश की प्रतिबद्धता की घोषणा करती है।यह संविधान के उन क्षेत्रों का उल्लेख करती है,जिन पर संविधान लागू होगा।इसमें संविधान निर्माताओं की सोच का उल्लेख होता है।यह संविधान के आधारभूत दर्शन और मूल्यों का उल्लेख करती है।इसमें उन मुख्य उद्देश्यों का वर्णन होता है,जिन्हें संविधान प्राप्त करना चाहता है।यह संविधान को दिशा और उद्देश्य देती है।यह संविधान के उन उद्देश्यों और सामाजिक-आर्थिक लक्ष्यों को स्थापित करती है,जिन्हें संवैधानिक प्रक्रियाओं के ज़रिए हासिल किया जाना है।राजनीति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मनीषा शर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए भारतीय संविधान की विशेषता बताते हुए कहा कि संविधान संघात्मकता और एकात्मकता का मिश्रण है।हमारा कठोरता और लचीलेपन का मिश्रण है।भारतीय संविधान देश की राजनीतिक व्यवस्था के लिए रूपरेखा तैयार करता है। संविधान सरकार की संस्थाओं की शक्तियों और ज़िम्मेदारियों को परिभाषित करता है। भारतीय मौलिक अधिकारों की रक्षा करता है।संविधान शासन के सिद्धांतों को रेखांकित करता है।यह देश के प्रशासन का मार्गदर्शन करने वाले नियमों और विनियमों का एक समूह है। भारतीय संविधान धर्मनिरपेक्ष है और सभी धर्मों को समान महत्व देता है।संविधान एकल नागरिकता पर आधारित है।इसमें विधायिका,कार्यपालिका, और न्यायपालिका के बीच शक्तियों का विभाजन किया गया है।इसमें केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच विषयों का विभाजन किया गया है।इसमें बजट से जुड़े खर्च की शक्ति चुने हुए जन प्रतिनिधियों के हाथों में दी गई।महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ विनोद कुमार जोशी विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र विभाग ने अपने संबोधन में कहा कि हमें सभी को अपने अधिकारों के साथ ही साथ कर्तव्यों का भी पालन करना चाहिए।प्रत्येक नागरिक को संविधान का सम्मान करना चाहिए।इस अवसर पर अजीज प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा संविधान पर आधारित पोस्टर प्रदर्शनी लगाई गई थी जो छात्राओं के लिए ज्ञानवर्धक रहा।साथ ही संविधान सभा में छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधियों की विस्तृत जानकारी दी गई जिसमें मध्य प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पं. रविशंकर शुक्ल,बैरिस्टर छेदी लाल,किशोर मोहन त्रिपाठी,गुरु अमरदास गोसाईं,घनश्याम सिंह गुप्ता तथा रामदास पोटाई के सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यो को उल्लेखित किया गया।साथ ही संविधान से संबंधित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित किया गया।जिसमें संविधान सभा में महिला सदस्यों की संख्या, संविधान सभा की प्रथम बैठक, संविधान कितने दिनों में बना, संविधान को लागू करने की ऐतिहासिक कारण तथा संविधान सभा के विभिन्न समितियों से संबंधित प्रश्न पूछे गए।विजेताओं को राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. निशा बारले द्वारा पुरस्कृत किया गया।एम ए प्रथम सेमेस्टर राजनीति विज्ञान की छात्रा अंजलि यादव ने राजकीय गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. भूपेंद्र कुमार साहू ने किया इस अवसर पर महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ प्राध्यापक,सहायक प्राध्यापक,ग्रंथपाल, क्रिडाधिकारी,कार्यालयीन अधिकारी एवं कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।कार्यक्रम सफल आयोजन में महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों एवं राजनीति विज्ञान परिषद के पदाधिकारियों,छात्राओं एवं प्राध्यापकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।