12 दिन के लिए मुझे देश का शिक्षा मंत्री बना दो', पीएम मोदी के नाम लेटर, मिनिस्टर को आवेदन देकर की अनूठी मांग
छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है। जिले के तिल्दा-नेवरा के तुलसी नेवरा गांव के रहने वाले सोनचंद जलक्षत्री ने एक अनूठी मांग की है। इशके लिए उन्होंने छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा को एक आवेदन भी दिया है। उन्होंने अपने आवेदन में पीएम मोदी से मांग की है कि 12 दिनों के लिए उन्हें देश का शिक्षा मंत्री बना दिया जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री बनने के बाद बड़े बदलाव लाएंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री से 12 दिन के लिए देश का शिक्षा मंत्री बनाने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने अपने आवेदन की एक कॉपी राष्ट्रपति को भी भेजी है। मंत्री टंकराम वर्मा को आवेदन देने का फोटो भी सामने आया है। सोनचंद का कहना है कि आजादी के बाद शिक्षा की गुणवत्ता में कोई खास सुधार नहीं हुआ है। 12 दिनों में ला सकते हैं सुधार उन्होंने अपने आवेदन में दावा किया है कि वह मात्र 12 दिनों में ही शिक्षा के स्तर में सुधार ला सकते हैं। सोनचंद ने बताया कि उनके पास 35 वर्षों का रिसर्च एंड डेवलमेंट का अनुभव है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए 12 दिन यानी प्रतिदिन 8 घंटे के हिसाब से 96 घंटे का समय उनके लिए पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि वह तकनीकी के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में सुधार ला सकते हैं। सुधार के लिए रोड मैप तैयार सोनचंद ने कहा कि एआई के माध्यम से कम समय में शिक्षा स्तर में सुधार का ट्रेलर उनके पास है। उन्होंने कहा कि उनकी तकनीक को भी कुछ घंटों में समझा जा सकता है। केंद्रीय विद्यालय का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां शिक्षकों को साल में 50 घंटे का प्रशिक्षण अनिवार्य है। इसलिए उनकी मांग के अनुसार 96 घंटे का समय शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए काफी है। मंत्री टंकराम वर्मा से मुलाकात के बाद सोनचंद की काफी चर्चा हो रही है। मंत्री ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया हालांकि मंत्री टंकराम वर्मा ने इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। उन्होंने सोमचंद का आवेदन स्वीकार किया है। हालांकि कहा जा रहा है कि सोनचंद अक्सर मंत्रियों के बंगले पर जाकर उनसे मुलाकात करते हैं और अजीब मांगे के लेटर सौंपते रहते हैं।