30 साल में पहली बार मई में ऐसा मौसम! अगले 24 घंटे के लिए बड़ा अलर्ट, बारिश के कारण तेंदूपत्ता का भारी नुकसान
रायपुर: छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में बारिश हो रही है। प्री मानसून की एंट्री के साथ ही राज्य में बारिश की गतिविधियां शुरू हो गई हैं। जिस कारण से राज्य के लोगों को गर्मी से राहत मिली है। बीते एक सप्ताह से बेमौसम हो रही है बारिश से इस बार तेंदूपत्ता संग्राहकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। तेंदूपत्ता की तुड़वाई पूरी नहीं हो गई है। वहीं, दूसरी तरफ मौसम विभाग के अनुसार, 30 सालों में पहली बार मई के महीने में रायपुर सबसे ठंडा रहा। 1991 में मई का औसत तापमान 41.8 डिग्री था। जबकि इस बार ता औसत तापमान इससे भी कम है। 2024 में मई के महीने में रायपुर का औसत तापमान 46.8 डिग्री के करीब था। मई में सामान्य तौर पर लू चलती है जिस कारण से गर्मी और उमस अधिक रहती है लेकिन इस बार मौसम में बदलाव के कारण लू का ज्यादा असर देखने को नहीं मिला। हवा में ठंडक मौसम विभाग के अनुसार, अभी हवा की दिशा दक्षइण-पूर्वी है। इस कारण से बंगाल की खाड़ी से काफी नमी आ रही है और प्रदेश में व्यापक बारिश भी हो रही है। जिस कारण से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में मौसम में कोई खास बदलाव नहीं होगा। तेंदूपत्ता संग्राहकों को नुकसान तेंदूपत्ता को हरा सोना के नाम से भी जाना जाता है। इस साल निर्धारित लक्ष्य 16.75 लाख को पूरा करना मुश्किल दिख रहा है। आंधी, तूफान, ओले और बेमौसम हुई बारिश के कारण पत्ते रंगहीन हो गए हैं जिस कारण से वह उपयोग लायक नहीं रह गए हैं। हालांकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि 90 फीसदी तक लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा।