शहीद की अर्थी को दिया कंधा, नक्सलियों के खिलाफ बहादुरी से लड़ा था जवान, एनकाउंटर के दौरान लगी थी गोली
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बीजापुर जिले के उसूर क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान अदम्य साहस का परिचय देते हुए शहीद सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के कांस्टेबल सोलंकी मेहुल भाई नंदलाल को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सीएम ने जवान के पार्थिव शरीर को कंधा देकर उनके गृह राज्य रवानगी से पूर्व अंतिम विदाई दी। मुख्यमंत्री शुक्रवार को माना स्थित चौथी वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल परिसर पहुंचकर शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किए और उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री साय इस मौके पर शहीद के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और ईश्वर से उन्हें इस कठिन समय में शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद मेहुल भाई की वीरता और देशभक्ति हमेशा याद रखी जाएगी। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पिछले एक वर्ष से नक्सल विरोधी अभियान तेज हुई है और हमारे जवानों ने नक्सलवाद से डटकर मुकाबला कर बड़ी सफलताएं हासिल की है। मार्च 2026 का संकल्प पूरा होगा सीएम विष्णुदेव साय ने कहा- मार्च 2026 तक नक्सलवाद के समूल नाश का अपना संकल्प हम पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। सरकार शहीद परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव सहयोग करेगी। कांस्टेबल सोलंकी मेहुल भाई का बलिदान वीरता और राष्ट्र के प्रति समर्पण की सर्वोच्च परंपरा को दर्शाता है। अधिकारियों ने बताया कि सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती तुमरेल क्षेत्र में माओवादियों की उपस्थिति की सूचना पर बुधवार को सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन, सुकमा जिले का जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान पर रवाना किया गया था। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच रूक-रूक कर गोलीबारी हो रही थी। इस मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया।