इस बार आम की कीमतें काबू में, आंध्र और ओडिशा से रायपुर आ रही बैंगनफली, आम्रपाली, दशहरी की किस्में
इस वर्ष अच्छी फसल होने के चलते राजधानी के बाजारों में फलों के राजा आम की कीमतें काबू में हैं। आम की मिठास आम आदमी की पहुंच में लग रही है। फसल बेहतर होने और आपूर्ति में वृद्धि के कारण जहां थोक कारोबारी राहत महसूस कर रहे हैं। वहीं आम उपभोक्ताओं को सस्ते आम का स्वाद लंबे समय तक मिलने की उमीद है।
शहर के फल व्यापारी विनोद वाधवानी ने पत्रिका को बताया कि आम की भरपूर उपलब्धता है। पिछले वर्ष के मुकाबले दाम 10 से 20 फीसदी कम हैं। शहर के बाजार में इस वर्ष दशहरी आम 55 से 60 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।
अन्य राज्यों से आवक के चलते शहर की सड़कों और बाजार में आम ही आम दिखाई देते हैं। बड़े बाजार हो या फिर कोई छोटा ठेला आम की ब्रिकी हो रही है। बाजार में आम के फलों की कई किस्म बाजार में उपलब्ध हैं। बैंगनफली, आम्रपाली, दशहरी, तोताफल्ली और लगड़ा की किस्म आसानी से मिल रही है। लोग आम का स्वाद ले रहे हैं। आंध्र प्रदेश, तेलगांना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, झांरखड़, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट, गुजरात आम की फसल की लिए देश में प्रसिद्ध हैं।
सरगुजा संभाग में आम का उत्पादन अच्छा
सरगुजा संभाग में आम की पैदावार भी अच्छी होती है। इसके बावजूद यूपी, बिहार और पं बंगाल से आम आ रहे हैं। छोटे दुकानदारों का कहना है कि बाहर से आने वाले आम के दामों में पिछले वर्ष की तुलना में 10 से 15 रुपए की गिरावट आई है। बिलासपुर में तेलंगाना और आंध्र से आम रहे हैं। वही संभाग में कई बगीचों में अच्छा उत्पादन होने से स्थानीय आम का स्वाद लोग ले रहे हैं।