टायलेट में दो दिनों तक फंसा रहा खूंखार तेंदुआ, पूरे गांव में दहशत,
धमतरी नगरी ब्लाक के ग्राम सोनामगर में एक खूंखार तेंदुआ पहुंच गया। खपरैल मकान से होते हुए तेंदुआ सोनामगर छिपलीपारा निवासी किराना व्यवसायी उत्तम साहू के छत तक पहुंच गया। यहां छत में बने टायलेट में तेंदुआ भीतर तो चला गया, लेकिन बाहर नहीं निकल पाया। इस टायलेट का उपयोग किराना व्यवसायी स्टोर रूम के रूप में करता है। रविवार दोपहर १२ बजे टायलेट से अजीब हरकत हुई। दरवाजा पीटने की आवाज आई। परिवार के लोग जब ऊपर गए तो उनके होश उड़ गए। विंडो से देखने पर भीतर तेंदुआ दिखा। तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। सूचना पर बिरगुड़ी रेंजर दीपक गावड़े, डिप्टी रेंजर ऋषि मेश्राम, सिहावा थाना प्रभारी लेखराम ठाकुर सहित टीम मौके पर पहुंची। टायलेट में तेंदुआ दिखने के बाद गांव में अलर्ट जारी किया गया। लोगों को घर से बाहर निकलने के लिए मना किया गया। घंटेभर बाद टायलेट का दरवाजा खोला गया। दरवाजा खुलते ही तेंदुआ भागा और पहाड़ियों की ओर निकल गया। तेंदुए की किसी को नहीं थी खबर उत्तम साहू के परिजन भी छत के टायलेट में तेंदुए की मौजूदगी से अंजाम थे। वे सामान्य दिनों की तरह घर पर ही रह रहे थे। बिरगुड़ी वन परिक्षेत्र अधिकारी दीपक गावड़े ने बताया कि सोनामगर छिपलीपारा गांव में उत्तम साहू के घर में तेंदुआ घुसने की सूचना मिली थी। तेंदुआ टायलेट में घुसा था। संभवत: छज्जे के ऊपर एक संकरे रास्ते से टायलेट में प्रवेश किया होगा। टायलेट का दरवाजा बाहर से बंद था। जानकारी लगते ही मौके पर पहुंचे और तेंदुए को सुरक्षित जंगल तक निकालने के लिए प्लान किया गया और इसमें सफलता भी मिली। तेंदुए की दहशत बरकरार कोरोनाकाल के बाद नगरी-सिहावा क्षेत्र में लगातार तेंदुआ गांव तक पहुंच रहा है। वन विभाग भी तेंदुए की संख्या में बढ़ोतरी होने की जानकारी दे चुके हैं। बीते वर्ष तेंदुए ने नगरी-सिहावा क्षेत्र में ३ लोगों का शिकार किया। इसमें ३ साल के दो बच्चे भी शामिल थे। सोनामगर गांव भी पहाड़ी से लगा हुआ है। उत्तम साहू के घर से पहाड़ी की दूरी लगभग १०० मीटर है। घर के भीतर तेंदुए की आमद से पूरे गांव में दहशत बना हुआ है।