पूर्व CM भूपेश ने की साय सरकार की जमकर तारीफ.. लेकिन नक्सल मामले में क्रेडिट लेने से भी नहीं चूके.. पढ़ें पूरा बयान..
• devendra kumar
रायपुर: वरिष्ठ कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर में 208 नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने के बाद भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार और बस्तर में तैनात सुरक्षा बलों को बधाई दी है। नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर संतोष व्यक्त करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि उन्हें खुशी है कि राज्य सरकार नक्सलवाद से निपटने के लिए कांग्रेस की “विश्वास-विकास-सुरक्षा नीति” के साथ आगे बढ़ी।
भूपेश बघेल ने कहा, “मुझे आज खुशी है कि केंद्रीय गृह मंत्री के साथ मिलकर राज्य सरकार पहले की तरह हमारी ‘विश्वास-विकास-सुरक्षा’ की नीति को अपनाते हुए आगे बढ़ी है।” उन्होंने कहा, “आज बस्तर में नक्सलियों के बड़े पैमाने पर आत्मसमर्पण से हम सभी को संतुष्टि मिलती है कि यह राष्ट्रीय लड़ाई जल्द ही अपने अंत की ओर बढ़ेगी। हम सब मिलकर जीतेंगे। सरकार और सुरक्षा बलों को बधाई।”
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री ने 2018 के बाद इस मुद्दे को हल करने के लिए अपनी सरकार के प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने इस लड़ाई को एक साझा राष्ट्रीय चुनौती के रूप में लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सहयोग को भी स्वीकार किया। बता दें कि, भूपेश बघेल राज्य की मौजूदा भाजपा सरकार के आलोचक रहे है।
अनिच्छुक थी पूर्व की भाजपा सरकार
Chhattisgarh Naxalites Surrender: उन्होंने कहा, “राज्य में भाजपा सरकार (2018 में कांग्रेस सरकार से पहले) जो डेढ़ दशक तक सत्ता में थी, माओवाद के खिलाफ लड़ाई में अनिच्छुक थी, यह बात खुद सुरक्षा सलाहकार केपीएस गिल साहब ने कही थी।” उन्होंने कहा, “2018 में हमारी सरकार सत्ता में आई, पहली बार नक्सल उन्मूलन नीति बनाई गई, बड़ी संख्या में कैंप खोले गए, सड़कें बनाई गई, स्कूलों की घंटियाँ बजाई गईं और हमने नक्सलियों के ठिकानों में घुसकर उन्हें चुनौती दी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी ने इस लड़ाई में सहयोग प्रदान किया और हमने इसे एक साझा राष्ट्रीय चुनौती के रूप में लिया।”
