किसान की बेटी अब बनने जा रही डिप्टी कलेक्टर, बेटी की पढ़ाई पढ़ाई के लिए पिता ने उठाया था ऐसा कदम , परिणाम देख परिवार की आँखे हुई नम
• devendra kumar
चंचल पैकरा सरगुजा के काराबेल निवासी किसान रघुवर पैकरा की बेटी हैं। रघुवर खेती-किसानी का काम करते हैं। बेटी की इस सफलता से पूरा परिवार उत्साहित है। चंचल को ओवरऑल 204वीं रैंक मिली है और अनुसूचित जनजाति वर्ग में उन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। किसान रघुवर ने अपनी बेटी के सपने को पूरा करने के लिए अपनी कुछ जमीन गिरवी रख दी थी ताकि उसकी पढ़ाई में कोई आर्थिक दिक्कत न आए।
चंचल पैकरा की मां कुंतिला पैकरा ने बताया कि चंचल की प्राथमिक शिक्षा गांव में ही हुई थी और उसने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की थी। बारहवीं के बाद चंचल ने जगदलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में 2021-22 में BE (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग) पूरा किया। BE करने के बाद वह पीएससी की तैयारी में जुट गईं। पहली बार CGPSC प्रीलिम्स में चंचल को सफलता नहीं मिली थी। बेटी के प्रयास को देखते हुए पिता रघुवर पैकरा ने कुछ जमीन गिरवी रखी और उसे कोचिंग के लिए बिलासपुर भेजा। कठिन परिश्रम के बाद चंचल ने CGPSC 2024 की परीक्षा में प्री के साथ मेंस भी क्लियर किया और इंटरव्यू तक पहुंचीं। CGPSC द्वारा घोषित परिणाम के बाद चंचल की सफलता से पूरे परिवार में हर्ष का माहौल है।
