राज्य के सांस्कृतिक विरासत और राज्य की प्रगति का जश्न मनाने का एक अवसर, उत्कल दिवस सफलतापूर्वक संपन्न होने जा रहा है
01 अप्रैल 1936 को भाषा के आधार पर राज्य गठन की स्थापना दिवस के रूप में हर्षोल्लास के साथ पूरे देश में मनाया जाता है। छत्तीसगढ़ में उत्कल दिवस मनाने का एक प्रमुख उद्देश्य छत्तीसगढ़िया उडिया भाई-भाई के रूप में समाज के निवासियों के बीच एकता की भावना को प्रोत्साहन देना है। प्रतिवर्ष इस दिन अनेक सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। यह आयोजन राज्य के सांस्कृतिक विरासत और राज्य की प्रगति का जश्न मनाने का भी एक अवसर है। छत्तीसगढ़ राज्य के जशपुर, कुनकुरी, लैलूंगा, तमनार, रायगढ़, पुसौर, सरिया, बरमकेला, सारंगढ़, सरायपाली, बसना, पिथौरा, खल्लारी, महासमुंद, गरियाबंद, कांकेर, कोण्डागांव, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, भिलाई, दुर्ग, सरगुजा, बिलासपुर एवं रायपुर में विभिन्न जातियों के उडिया बंधुओं की 35 लाख से भी ज्यादा की आबादी विद्यमान है। इस वर्ष 01 अप्रैल 2024 को ओडिशा राज्य का 89वां स्थापना दिवस छ.ग. के सर्व ओड़िया समाज एवं उत्कल सांस्कृतिक परिषद, रायपुर द्वारा महामहिम राज्यपाल, छत्तीसगढ़ विश्वभूषण हरिचंदन जी के मुख्य आतिथ्य एवं माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ विष्णुदेव साय जी की अध्यक्षता में सम्पन्न होने जा रहा है। इस सुअवसर पर छ.ग. शासन के समस्त मंत्रीगण, नेता प्रतिपक्ष, रायपुर सांसद, रायपुर शहर के विधायकगण एवं रायपुर नगर निगम के महापौर उपस्थित होंगे। यह संपूर्ण कार्यक्रम माननीय विधायक, रायपुर उत्तर क्षेत्र पुरन्दर मिश्रा जी के विशेष मार्गदर्शन एवं योगदान के फलस्वरूप सफलतापूर्वक संपन्न होने जा रहा है।